Header ads 728*90

लकवा क्या है यह क्यों होता है जानिए इसके प्रमुख कारण, लक्षण औऱ उपचार? \What is paralysis? Why does it happen? Know its main causes, symptoms and treatment?

Please use translator to read other language

दोस्तों हमने पिछले कुछ आर्टिकल से आपको मस्तिष्क विकार के बारे में बताना शुरू किया है लास्ट दोनों आर्टिकल में हमने आपको मिर्गी रोग के बारे में बताया जैसे की मिर्गी रोग का कारण प्रभाव पूर्ण उपचार आदि के बारे में। आज के अर्तिक्ली में हम आपको बताने वाले है लकवे के बारे में दोस्तों भले ही मिर्गी रोग और लकवे के लक्षण अलग अलग है पर कारण लगभग सामान ही है की दिमाग की क्रियाओ का असंतुलन,उनका निम्न और उच्च होना।


तो आइये दोस्तों जानते है लकवे के बारे में। इस आर्टिकल में हम जानेंगे। 
लकवा क्या होता है 
लकवाग्रस्त होने का कारण:-
लकवा / पक्षाघात के लक्षण:-
लकवा / पक्षाघात के घरेलू नुस्खे\उपचार निम्नलिखित हैं:- 

लकवा क्या होता है 

लकवे को सामान्य भाषा में पक्षाघात या फालिज के नाम से जाना जाता है । मांसपेशियों की गति का रूक जाना तथा शरीर के अन्य भागों से सम्पर्क टूट जाना लकवा कहलाता है । जिन भागों को लकवा मारता है जैसे हाथ , पैर , चेहरा आदि तो उनकी मांसपेशियों की गति रूक जाती है । 
लकवा / क्षत होने पर रोगी का आधा शरीर संवेदनहीन हो जाता है । 


अधिगम बनाने , मस्तिष्क पर वायु का दबाव पड़ने और हृदय पर वायु का दबाव बढ़ने से शरीर पर बायु का झटका लगता है । इसी के परिणाम स्वरूप व्यक्ति लकवे का शिकार हो जाता है । स्नायु शिथिल हो जाते हैं । शरीर का आधा भाग देखा हो जाता है । उस भाग में सुन्नता रहती है तथा छुने पर कोई संवेदना नहीं होती । दिमाग भी काम करना कम कर देता है । 

लकवाग्रस्त होने का कारण:-

  • तंत्रिका तंत्र ( नर्वस सिस्टम ) में गड़बड़ी के कारण । 
  • मस्तिष्क में ट्यूमर के कारण । 
  • फ्रिज की चीजें या चिल्ड पानी लगातार पीने से । 
  • सिर में चोट या एक्सीडैन्ट के कारण । 
  • पेट में अधिक गैस बनने , मस्तिष्क पर वायु का दबाव पड़ने और हृदय पर वायु का दबाव बढ़ने से शरीर पर वायु का झटका लगता है । इसी के परिणाम स्वरूप व्यक्ति लकवे का शिकार हो जाता है ।

लकवा / पक्षाघात के लक्षण:-

  • लकवा / पक्षाघात होने पर रोगी का आधा शरीर संवेदनहीन हो जाता है । 
  • स्नायु शिथिल हो जाते हैं या शरीर का आधा भाग टेढ़ा हो जाता है । 
  • उस भाग में सुन्नता रहती है तथा छूने पर कोई संवेदना नहीं होती । 
  • दिमाग भी काम करना कम कर देता है । 
  • प्रभावित अंग में गर्मी व ठंडक और दर्द का एहसास नहीं हो पाता है । 
  • प्रभावित अंग में झनझनाहट हो सकती है । 

लकवा / पक्षाघात के घरेलू नुस्खे\उपचार निम्नलिखित हैं:- 


  • Rhus . Tox . - 30 , 15-15 मिनट पर 3 बार दो - दो बूँद जीभ पर दें । कम से कम 1 महीने तक सुबह - दोपहर - शाम
  • Causticum - 1M , दूसरे दिन 2-2 बूँद आधे घण्टे या पौने घण्टे के अन्तर पर तीन बार दें । हफ्ते में एक दिन देनी चाहिए । दो - तीन महीने में पूरी तरह ठीक हो सकता है । हमेशा शाकाहारी भोजन दें । चाय - कॉफी कभी मत दें ।
  • गाय का घी 2-2 बूँद रात में सोते समय थोड़ा गर्म करके डाल दें । मस्तिष्क में जमे हुए खून को निकालने की ताकत गाय के घी में है। 
  • राई और अकरकरा को बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बनायें तथा उसे शहद में मिलाकर पेस्ट बनायें और दिन में 3 बार जीभ पर मले लकवे की शिकायत दूर होगी ।
  • 250 मी ० ली ० गाय के दूध में 8-10 लहसुन की कलियों डालकर उबालें । गाढ़ा होने पर रोगी को पिलायें। बीमारी में आराम मिलेगा। 
  • सौंठ और उड़द उबालकर उसका पानी पीने से लकवा / पक्षाघात में काफी लाभ होता है । 
  • एक चम्मच कपास की जड़ का चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से लाभ मिलता है । 
  • लहसुन की 5-6 कच्ची कलियों को पीसकर शहद में मिलाकर चाटें । 
  • उड़द - काँच के बीज + एरंड की जड़ बला + हींग संधा नमक और थोड़ा शहद सभी बराबर मात्रा में लेकर काढ़ा बनायें और रोगी को पिलायें । बीमारी में आराम मिलेगा । 
  • 250 ग्राम सरसों के तेल में थोड़ी काली मिर्च पीसकर डालें और मालिश करें । 
  • सन के बीजों का चूर्ण शहद में मिलाकर रोगी को चटायें , लाभ मिलेगा । 
  • कुचले के पत्तों , सांभर का सींग तथा साँठ - तीनों बराबर मात्रा में लेकर पानी में पियें और लकवे वाले स्थान पर लगायें ।  
  • तुलसी के 8-10 पत्ते , सैंधा नमक और दही की चटनी बनाकर लकवे वाले स्थान पर लेप करें ।
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको आपको बताया की लकवा होने का कारण लक्षण और उपचार के बारे में। दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि लकवा रोग का उपचार कैसे किया जा सकता है इसके उपचार के दौरान क्या सावधानिया रखनी चाहिए । लकवा के पुरे उपचार के बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बताएँ है । अगर आपको और बीमारियों के बारे में जानकारी चाहिए तो हमारे ब्लॉग को विजिट करे नहीं तो कमेंट बॉक्स में लिखे किसआप कौनसी बीमारी के सम्बन्ध में जानकारी चाहिए। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ