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परीक्षा के समय अभिभावकों कों बच्चो पर दबाव क्यो नही देना चाहिए ? और तनाव से मुक्त रहने के लिए 5 आसान से आसन। /Why should parents not put pressure on their children at the time of examination? And 5 easy asanas to stay free from stress.

ENGLISH TRANSLATION IS BELOW

बोर्ड कि परीक्षाए कुछ समय बाद शुरू होने वाली है, जिनका तनाव आज कल सिर्फ बच्चे ही नही ले रहे, बल्कि बढती प्रतिस्प्रदा कि दौड़ में बच्चों से कई ज्यादा उनके माता-पिता उनकी पढ़ाई को लेकर तनाव में रहते है। परिक्षा के दौरान माता-पिता को बच्चों कि डाईट, परीक्षा में नम्बर, उनकी सही देखभाल और भविष्य को लेकर चिंता बनी रहती है।

लेकिन आप का चिंतित रहना और घर में तनावपुर्ण माहौल बच्चे के प्रदर्शन पर खराब असर डाल सकता है दरअसल, परीक्षा कोई आपदा नही है, जो अचानक से परिवार के सामने आ गई हो। इसके लिए सालभर की रणनीति चाहिए होती है। परीक्षा के समय माता-पिता को यह ध्यान रखना जरूरी है। कि वह स्वयं बच्चों कि परीक्षा का तनाव ना लें, बल्कि उसे तनाव मुक्त व सकारात्मक वातावरण दे। 

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1 दिनचर्या न बदलंे:-                            

परीक्षा के दिन जैसे जैसे नजदीक आते है  माता-पिता कि दिनचर्या बदलने लगती है। लेकिन यह आपकी परीक्षा नही है, आपके बच्चों कि परीक्षा है। इसी लिए आप अपनी दिनचर्या में बदलाव ना करें। सोशल एक्टिविटी में भाग लेना जरूरी हो तो असमें जरूर शामिल हो। इस तरह से अपनी दिनचर्या में बदलाव ना कर के घर में सकारात्मकता को बढ़ाए।

2 सहयोग करे:-


यदि बच्चा किसी विषय को लेकर में है तों उससे बात करे, उसकी बातों को सुने। उसकि समस्या को दुर करने का प्रयास करें, ना कि उससे यह कहे कि अभि तक तुम्हारी समस्या ही खत्म नही हुई या यह तुम्हारी समस्या है हमारी नही। यदि आप गुस्सा करेगें तो बच्चा आपको अपनी बताएगा या  वह तनाव में आ जाए। परीक्षा के दिन नजदीक है, इसीलिए बच्चें को सही रणनीति बनाने में मदद करें।

3 आपकी चिंता बच्चें के लिए न बने दबाव:-

बच्चे के भविष्य कि चिंता करना हर माता-पिता के लिए स्वभाविक है, परन्तु इससे भी महत्वपुर्ण है इस तनाव का प्रबधंन करना। र्बार्ड परीक्ष तक बच्चों में अपने करियर कि समझ विकसित हो जाति है, इसीलिए उन पर उपलब्धियों अनावश्यक का दबाव ना बनाए, बल्कि उन्हे अपनी पढा़ई कि जिम्मेदारी स्वमं उठाने दे। इस तरह आप को सहज देख बच्चे का भी आत्मविश्वास बढेगा।              

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4 प्रयास पर ध्यान दे:-



यदि आाप बच्चे के परिणाम कि चिंता करते रहेंगें तो तो आपकोे निश्चित रूप से तनाव होगा। इसलिए आप तनाव फ्रि रहे और यह बिल्कुल न सोचे कि परिणाम क्या रहेगा, बल्कि यह देखे कि आपका बच्चा सफलता के लिए कितना प्रयास कर रहा है। किसी परीक्ष में वास्तविक अंक बच्चे कि कड़ी मेहनत का सुचक नही होता है दसलिए बच्चे का प्रदर्शन सुधारने में उसकी मदद करें।

5 ज्यादा अपेक्षाएं ना रखें:-

हर बच्चें में कुछ न कुछ कसबिलियत होती है, उनकी क्षमताओं कों दुसरों बच्चों सें कमतर ना आके। जब आप अपने बच्चे कि तुलना अन्य बच्चें से करेगें तो आपका ही तनाव बढ़ेगा। इसलिए बच्चें कि क्षमताओं कों ध्यान में रखते हुए ही उसके लिए लक्ष्य बनाए और उसे उसी दिशा में काम करने दे। इससे बच्चे को प्ररेणा मिलेगी और उनमें तनाव का स्तर घटेगा।

6 बच्चें कि उपेक्षा भी ना करें:-


परीक्षा के समय में अभिभावक घर में शांति का माहोल बनाए रखें उनकी उपेक्षा बिल्कुल भी ना करें ना ही उनको ऐसा महसुस होने दे, कि घर वाले उनकी उपेक्षा कर रहे है। इससे बच्चे के उन और परीक्षा परीणाम दोनो पर बुरा असर पड़ सकता है। धर में तनाव का माहोल पैदा हो सकता है।

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7 बच्चें का होसला बढाए:-     

घर में सकारात्मकता से भरा हुआ माहोल रखे, बच्चेे के आत्मविश्वास  को बढाए। उनसे सकारात्मकता से  भरी हुई बांते करें। बच्चे कुछ कुछ देर में चेंक करते रहे और उनसे समय समय पर सकारात्मकतापुणै बातें करते रहें।


परीक्षा का तनाव दुर करने के लिए:-      

परीक्षा का तनाव दुर करने के लिए हम आपको कुछ योग बता रहे है जिन्हे अपना कर अभिभावक और बच्चें तनाव से मुक्ति पा सकते है। ये योग निम्न प्रकार है:-       

1 सर्वांगान

2 उत्कटासन

3 व्रक्षासन

4 त्राटक

5 अनुलोम-विलोम

1 सर्वांगान:- तनााव से दुर शांतचित 



सर्वागासन का असर सम्पुर्ण शरीर पर होता है। परीक्षा के दौरान इसे थोंडी देर करने से तनाव दुर होगा और साथ-साथ एकाग्रता बढेंगी। इसे करने से परीक्षा के दौरान याद किया हुआ भुलेंगंे नही। तनाव को दुर करने में यह रामबाण आसन है, इसे लगातार करते रहने से सिरदर्द कि समस्या भी समाप्त हो जाएगी।

सर्वागासन करने पुरी विधि:-                          

किसी दरी पर सीधे लेट जाए। फिर कमर को जमीन से उपर उठाये , दोनो पैर को उपर सीधे उठाये। हसथों को अपनी पीठ के नीचे रखें। पंैर,कमर टौर पीठ को सीधे उपर उठाए और इस योग मुद्रा को 4-5 बार दौराए।

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2 उत्कटासनः- एकाग्रता बढ़ती जाती है।   

इसे आसन को करना आसान है। इो करने से तत्रिका तंत्र स्वस्थ रहता है। सहनशीलता और एकाग्रता  बढ़ती है। इसका रोजाना अभ्यास करना उचित रकता है। यह योगासन चिंता, तनाव जैसे कइै मानसिक विकारो से छुटकारा व राहत दिलाता है। इसका अथ्यास करने से आप परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।

उत्कटासन करने पुरी विधि:-                          



उत्कटासन का अभ्यास करने के लिए सीधे खड़े हो जाए। गहरी सोस लेते हुए अपने हाथो को उपर लें कत जाएं। अब शरीर को धीरे- धीरे बैठने की मुद्रा में लेकर जाए। जैसे कि आप कुर्सी पर बैठे हो, इस स्थिति में कुछ सैकण्ड़ रूके फिर यथावत स्थिति में आ जाए।

3 व्रक्षासन:- मुड़ को बेहतर बनाएगा

व््राक्षासन से मंड़ काफि हद तक बेहतर बनता है और तनाव से भी काफी हद तक छुटकारा मिलता है। चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं सें प्ररेशान लोगो के लिए योग बहुत हद तक लाभकारी है। यह योग आत्मविशवास बढ़ाने मे भी मदद करता है। परीक्षथी को इसे 10 मिनट अवश्य ही करना चंहिए।

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व््राक्षासन करने पुरी विधि:- 


एक दरी पर सीधे खड़े हो जाए। दाहिने पैर को मोडकर तलवे को बाॅए पैर कि जांघ पर सटाए। फिर बाएं पैर शरीर का वनज साधे फिर थोड़ी देर सीधे खड़े रहे। लम्बी और गहरी सांस ले। दोनो हाथ सिर के उपर नमस्कार कि मुद्रा में हो। रिढ़ कि हडड्री, कमर और सिर एक सीध में हो।

4 त्राटकः- इधर-उधर मन नही भटकेगा

नकारात्मक सोच से दुर ़त्राटक से ध्यान केन्द्रीत करने में बड़ी मदद मिलती है। मन को एकाग्र व शंत करने का सबसे अच्छा है त्राटकासन। यह एक मेडिटेशन टेकनिक भी है। यह अनिद्रा दुर करने में मदद करता है। त्राटक अगर आप नियमित तौर पर करते है तो आराम मिलने के साथ चित भी शंात रहता है। 

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त्राटकासन करने पुरी विधि:- 



त्राटक को कई तरह से किया जा सकता है जैसे मोमबती या दिये कि लो गोले के बिन्दु आकद पर कर सकतें है। अंधेरे कमरे में बैठ कर जलती लौ देखें। एक मिनट के लिए ऐसा करे। इससे आप फोकस कर कर पाएंगे। त्राटक करने से पहलें थोड़ी देर प्रणायामक र लेवे। इसके बाद त्राटक करने से अच्छा परीणाम मिलेगा।

5 अनुलोम-विलोम:-

 इसे करने से दिमाग पर सकारांत्मक प्रभाव पडंता है तनाव और मानसिक समस्या से छुटकारा मिलता है। इसे करने से मस्तिष्क में भी आॅक्सीजन प्रर्याप्त मात्रा में पहुच पाती है। परीक्षार्थी को इसे जरूर करना चाहिए।     

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अनुलोम-विलाम करने पुरी विधि:- 


अनुलोम विलोम करते समय अंगूठे को अपनी दाहिनी नासिका पर रखना चाहिए. हल्के दबाव के साथ इस नथुने को ढककर, अपनी आंखें बंद करें और अपने बाएं नथुने से धीरे धीरे सांस छोड़ें. एक बार पूरी तरह से सांस छोड़ने के बाद कुछ सेकंड का ब्रेक लें और अब अपनी अनामिका को बाएं नथुने पर रखें. दाहिनी ओर से गहरी और धीरे-धीरे सांस लें.।

ENGLISH TRANSLATION

Board examinations are going to start after some time, nowadays it is not only the children who are facing stress, but in the race of increasing competition, their parents are more stressed about their studies than the children. During exams, parents remain worried about their children's diet, marks in exams, their proper care, and their future.

But you are being worried and the stressful environment at home can hurt the child's performance. Actually, exams are not a disaster that has suddenly come before the family. This requires a year-round strategy. Parents need to keep this in mind at the time of examination. He should not take the stress of children's exams but should give them a stress-free and positive environment.

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1 Do not change the routine:-

As the examination days approach, the routine of parents starts changing. But this is not your exam, it is the exam of your children. That's why you should not change your daily routine. If it is necessary to participate in a social activity, then definitely participate in it. In this way, increase positivity in the house by not changing your daily routine

2 Cooperate:-

If the child is worried about any subject, then talk to him and listen to him. Try to solve his problem, instead of telling him that your problem is not over yet or this is your problem and not ours. If you get angry, the child will tell you his own or he may get stressed. Examination day is near, so help children in making the right strategy.

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3 Your worries should not become a pressure for your children:-

It is natural for every parent to worry about the future of their child, but it is even more important to manage this stress. By the time of Board exams, children have developed an understanding of their career, hence do not put unnecessary pressure on them for achievements, rather let them take responsibility for their studies. In this way, the child's self-confidence will also increase after seeing you at ease.

4 Focus on efforts:-

If you keep worrying about the results of your child, you will definitely feel stressed. Therefore, you should remain stress-free and not think at all about what the result will be, rather see how much effort your child is making for success. The actual score in a test is not an indicator of a child's hard work, so help your child improve his performance.

5. Don't have too many expectations:-

Every child has some ability, and their abilities should not be considered inferior to other children. When you compare your child with other children, your stress will increase. Therefore, keeping in mind the abilities of the child, make goals for him and let him work in that direction. This will motivate the child and reduce their stress level.

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6. Don't ignore children either:-

During the examination time, parents should maintain a peaceful atmosphere at home, do not ignore them at all nor let them feel that the family members are ignoring them. This can hurt both the child and his/her exam results. An atmosphere of tension may arise in the world.

7 Encourage children:-

Keep an atmosphere full of positivity in the house, and increase the self-confidence of the child. Talk to them full of positivity. Keep checking with the children every now and then and keep talking to them positively from time to time.

To relieve exam stress:-

To relieve exam stress, we are telling you some yoga that you can adopt.

Parents and children can get relief from stress. This yoga is as follows:-


1 all round

2 Utkatasana

3 Vrakshasana

4 trataka

5 Anulom-Vilom

1 All-round:- Peaceful mind away from stress

Sarvagasana affects the entire body. Delaying it for a while during the exam will relieve stress and also increase concentration. By doing this you will not forget what you have memorized during the exam. This is a panacea asana to relieve stress, doing it continuously will also eliminate the problem of headache.

The complete method of doing Sarvagasana:-

Lie down straight on a carpet. Then lift the waist above the ground, and lift both the legs straight up. Place your hands under your back. Lift your legs, waist, and back straight up and repeat this yoga posture 4-5 times.

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2 Utkatasana:- Concentration increases.

It is easy to do this asana. By doing this the nervous system remains healthy. Tolerance and concentration increase. It is advisable to practice it daily. This yoga asana provides relief and relief from many mental disorders like anxiety and stress. By practicing this you will be able to perform well in the examination.


The complete method of doing Utkatasana:-

To practice Utkatasana, stand straight. Taking a deep breath, raise your hands. Now slowly take the body into a sitting posture. As if you are sitting on a chair, stay in this position for a few seconds and then come back to the original position.

3 Vrakshasana:- Will improve the twist

Vrakshasana improves posture to a great extent and also relieves stress to a great extent. Yoga is very beneficial for people suffering from problems like anxiety and depression. This yoga also helps in increasing self-confidence. The candidate must do this for 10 minutes.

The complete method of doing Vrakshasana:-

Stand straight on a carpet. Bend the right leg and place the sole on the thigh of the left leg. Then keep the left leg parallel to the body and then stand straight for a while. Take long and deep breaths. Both hands should be in Namaskar posture above the head. The bones of the spine, waist, and head should be in a straight line.

4 Tratak:- Mind will not wander here and there

Negative thinking helps a lot in focusing on distractions. Tratakasana is the best way to concentrate and calm the mind. This is also a meditation technique. It helps in curing insomnia. If you do Tratak regularly, along with getting rest, your mind also remains calm.

The complete method of doing Tratakasana:-

Tratak can be done in many ways like on a candle or lamp or on the point of a circle etc. Sit in a dark room and watch the burning flame. Do this for a minute. With this you will be able to focus. Before doing Tratak, meditate for some time. After this, doing Tratak will give good results.

5 Anulom-Vilom:-

Doing this has a positive effect on the mind and relieves stress and mental problems. By doing this, oxygen reaches the brain in sufficient quantity. The candidate must do this.

The complete method of doing Anulom-Vilam:-


While doing Anulom Vilom, one should keep the thumb on one's right nostril. Covering this nostril with light pressure, close your eyes and exhale slowly through your left nostril. Once you exhale completely, take a break for a few seconds and now place your ring finger on the left nostril. Breathe deeply and slowly from the right side.

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