English translation is below
पानी एक पारदर्शी, स्वादहीन और गंधहीन रासायनिक पदार्थ है जो जीवन के सभी ज्ञात रूपों के लिए आवश्यक है। यह मानक तापमान और दबाव पर एक तरल है, लेकिन जमने पर यह बर्फ के रूप में और गैसीय अवस्था में वाष्प के रूप में भी मौजूद हो सकता है। पानी एक ध्रुवीय अणु है, जिसका अर्थ है कि इसमें ऑक्सीजन परमाणु के पास आंशिक नकारात्मक चार्ज और हाइड्रोजन परमाणु के पास आंशिक सकारात्मक चार्ज होता है। यह ध्रुवता पानी को उसके अद्वितीय गुण प्रदान करती है, जैसे उच्च सतह तनाव, सामंजस्य और कई पदार्थों को घोलने की क्षमता।
पानी हमे कब, कैसे, और कितनी मात्रा में पीना चाहिए :-
1 भोजन के अन्त में या बीच में पानी पीना विष पीने के बराबर है। कम से कम डेढ़ घण्टे के बाद पानी पीना चाहिए। खाया हुआ भोजन डेढ़ घण्टे तक जठर अग्नि के प्रभाव में रहता है। किसान और मेहनत के काम करने वाले लोगों के लिए 1 घण्टे बाद पानी पीना चाहिए। जानवरों के शरीर में चार घण्टें तक जठर अग्नि का प्रभाव होता है। पहाड़ी क्षेत्र में अग्नि का असर दो से ढ़ाई घण्टे तक रहेगा। भोजन के पहले पानी कम से कम 40 मिनट या अधिक से अधिक एक घण्टे पहले पी लेना चाहिए। चाहें जितना पानी पी सकते हैं।
2 सुबह उठते ही दाँत-मुँह धोये बिना सबसे पहले पानी पियें।
3 यदि आपके भोजन में दो अन्न हैं तो एक अन्न की समाप्ति और दूसरे अन्न की शुरूआत के पहले एक से दो घूंट पानी पी सकते हैं। भोजन के अन्त में गला साफ करने के लिए एक से दो घूंट पानी पी सकते हैं।
4 भोजन के अन्त में सबसे अच्छी चीज मट्ठा-छाछ है, पीने के लिए जिसको पीने का सही समय दोपहर के भोजन के बाद का है। दूसरी सबसे अच्छी चीज है - दूध (देशी गाय का) जिसको शाम के खाने के बाद पी सकते हैं। दूध सोते समय पियें तो और अच्छा है। तीसरी सबसे अच्छी चीज है, मौसमी फल के रस जिसका सही समय है सुबह के भोजन के बाद । कोल्ड स्टोरेज के फलों का रस सर्वनाश करेगा। हमारे पेट में जो रस बनते हैं, इनको पचाने के लिये वो इसी क्रम (समय) में बनते हैं। जो बच्चे माँ के दूध पर निर्भर हैं (3 साल तक) उनके ऊपर यह नियम लागू नहीं होता है क्योंकि बच्चों के अन्दर रसों का निर्माण उनकी उम्र के डेढ़-दो साल बाद ही शुरू होता है।
5 फल खाना जूस पीने से बहुत अच्छा माना गया है। क्योंकि जूस में सारे फाइबर बाहर निकल जाते हैं। फाइवर ब्लड़ को साफ करता है। बड़ी आँत, छोटी आँत को साफ करता है। हृदय घात, ट्राइग्लिसराइड, कोलैस्ट्राल नियंत्रित करेगा। जूस में थोड़ा काला नमक डालकर पियें या अदरक का रस अथवा चूना डालकर पियें, कभी भी सर्दी नहीं होगी। 1 गिलास जूस में चौथाई चम्मच अदरक का रस, काला नमक कनक (गेहूँ) के दाने के बराबर और चूना भी इतना ही मिलाकर लें।
6 पानी हमेशा चुस्कियाँ ले लेकर पियें अर्थात पानी हमेशा घूँट-घूँट करके पियें। हमारे शरीर में भोजन पचाने के लिए अग्नि होती है और अग्नि को तीव्र करने के लिये अम्ल होता है और मुँह में क्षार बनता है। लार के रूप में अम्ल और क्षार आपस में मिलकर न्युट्रल हो जाते हैं। अम्ल का मतलब जिनका PH 7 से कम है और क्षार का मतलब जिनका PH 7 से अधिक है। न्युट्रल का मतलब जिनका PH 7 है। पानी न्युट्रल है, पेट हमेशा पानी के जैसा रहे तो सबसे अच्छा है।
7 पानी घूँट-घूँट कर पीने से लार अधिक मात्रा में पेट में जायेगी तो अम्ल को शान्त करने में मदद होगी जिससे आपका पेट न्युट्रल रहेगा। सभी जानवर पशु, पक्षी घूँट-घूँट कर या चाट-चाट कर पानी पीते हैं इसलिए ये मनुष्य से ज्यादा स्वस्थ हैं। पानी घूँट-घूँट कर पीने से वजन नहीं बढ़ता है अर्थात शरीर की बनावट के हिसाब से सन्तुलित रहता है।
8 ठण्डा पानी कभी मत पियें। शरीर के तापमान के बराबर का ही पानी पियें मतलब गुनगुना पानी पियें अर्थात 27° से 37° के बीच का ही पानी पियें (मौसम के हिसाब से) । मिट्टी के बर्तन का पानी 27° तापमान का होता है। ऐसा मिट्टी की तासीर के कारण होता है ।
9 ठण्डा पानी पीने से पेट को उसे सामान्य तापमान पर लाने के लिए अतिरिक्त उर्जा की जरूरत होती है और अतिरिक्त ऊर्जा के लिए अतिरिक्त खून की जरूरत होती है। जिससे की अलग-अलग हिस्सों से इसकी पूर्ति होती है। इससे उन हिस्सों में खून की कमी होने लगती है और ऐसा बार-बार करने से कई बीमारियाँ शरीर में जन्म लेने लगती हैं। इस क्रिया में गुरूत्वाकर्षण बल के कारण सबसे ज्यादा दिमाग से रक्त आता है, उसके बाद हृदय का रक्त आता है। रक्त की कमी के कारण अंग काम करना बन्द कर देते हैं। इसलिए इसके कारण ब्रेन हैमरेज, लकवा, हृदय घात जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं।
10 ठण्डा पानी पीने से सबसे पहली बीमारी कोष्ठबद्धता की होती है। क्योंकि ठण्डा पानी पीते रहने से बड़ी आँत संकुचित हो जाती है। फ्रिज का पानी, बर्फ डाला हुआ पानी और आइस्क्रीम जैसी वस्तुएं न खाएं।
11 सुबह गुनगुना पानी पियें अथवा तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पियें (सिर्फ सुबह) । प्लास्टिक और एल्युमिनियम के बर्तन का पानी कभी मत पियें पानी का अपना कोई गुण नहीं होता है इसे जिसमें मिलाया जाता है उसी का गुण धारण कर लेता है। पानी हमेशा बैठकर ही पियें। 18 वर्ष से कम के लोगों के लिए 750 ग्राम, 18 वर्ष से 60 वर्ष के बीच के लोगों के लिए 1 से सवा लीटर और 60 वर्ष से अधिक के लोगों के लिए 750 ग्राम पानी पीना आवश्यक है।
12 शरीर में तांबे की अधिकता की स्थिति में सुबह का पानी ताम्रपात्र का न पियें। ताम्बे के बर्तन का पानी पिते समय नंगे पाँव न रहें, अर्थात लकड़ी या प्लास्टिक जैसी ही किसी वस्तु को पैरों में धारण करके ही पियें ताम्बे का पानी पीते समय जमीन से शरीर का सिधा सम्पर्क न हो।
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13 खड़े होकर और जल्दी-जल्दी पानी पीने से दो गम्भीर रोग होते हैं, जिसमें पहला है हार्निया (आँत का उतरना) और दूसरा है अपेन्डिसाइटिस (अपेन्डिक्स) । 60 वर्ष से अधिक उम्र में एक बिमारी हाइड्रोसिल की भी हो सकती है। पानी हर व्यक्ति अपने वजन में 10 से भाग देकर 2 घटाकर दिनभर में पानी पीने की मात्रा की गणना कर सकता है। सामान्य रूप से 4-5 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए।
14 एक साथ गटागट पिया हुआ पानी किडनी पर सबसे अधिक दबाव देता है। क्योंकि शरीर में पानी को छानने का काम किडनियां (दोनों) करती हैं। इस प्रकार पानी पीने से शरीर को कोई लाभ नहीं होता है। ऐसा अमेरिका के दो वैज्ञानिकों के शोध से पता चला है। जापान की सरकार ने अपनी चिकित्सा पद्धति में इसको शामिल किया है।
15 नाभि पूरे शरीर का केन्द्र है और बैठने की स्थिति में पृथ्वी का गुरूत्वाकर्षण बल नाभि पर लगता है और खड़े हो जाने की स्थिति में गुरूत्व केन्द्र नाभि से खिसक जाता है। गुरूत्व बल का नाभि पर प्रभाव होने से इसका प्रभाव जठराग्नि पर पड़ता है जिसके कारण सुखासन में बैठने की स्थिति में कुछ भी खाने-पीने से जल्दी और पूरी तरह हजम हो जाता है। क्योंकि ऐसी स्थिति में एक अतिरिक्त बल काम करता है। किसी मजबूरी की स्थिति में पानी हमेशा झुककर पियें। पानी पीते समय या कुछ भी खाते समय गुरूत्व बल हमेशा नाभि के नजदीक रहे। प्याऊ की व्यवस्था हजारों सालों से चल रही है।
16 शरीर को अच्छी तरह काम करने के लिए शरीर को कम से कम 27° और अधिक से अधिक 47° का तापमान चाहिए। लगातार ठण्डा पानी पीते रहने से जठराग्नि मन्द हो जाती है। बड़ी आँत और छोटी आँत सिकुड़ जाती है।
17 बारिश का पानी सबसे अच्छा होता है। यह पानी एक साल तक आराम से पी सकते हैं बिना कोई केमिकल मिलाये। बीच-बीच में फिटकरी या चूने के प्रयोग से इसकी शुद्धता को बनाये रख सकते हैं। इसके बाद बहती हुई नदियों का पानी जो बर्फीली पहाड़ियों से हो कर गुजरता है अथवा पहाड़ों से होकर आता है, सबसे अच्छा होता है। इसके बाद तालाबों का पानी अच्छा है जहाँ बारिस का पानी इकठ्ठा होता है।
18 नल का पानी जो बारिस के पानी से छनकर आता है। MCD के पानी को बिना उबाले न पियें। R.O. के पानी की गुणवत्ता कम हो जाती है क्योंकि उसके शुद्धिकरण में प्रयोग किये जाने वाले केमिकल पानी की पोषकता को समाप्त कर देते हैं। R.O. का पानी साफ होता है लेकिन शुद्ध नहीं होता है। R.O. के पानी में क्लोरिन-फ्लोरिन जैसे केमिकल पानी को साफ करने के लिए इस्तेमाल होते है जो की हमारे शरीर की दृष्टि से ये सारे केमिकल बहुत ही हानिकारक है। इसलिए पानी को उबालकर पीये सबसे अच्छा रहेगा । रिसायकल किया हुआ पानी बिना उबाले कभी न पियें। ऐसे पानी को उबालने के बाद इसकी गुणवत्ता और अधिक बढ़ जाती है।
19 होली के बाद और बारिश के पहले दिन तक मिट्टी के बर्तन का पानी पियें बारिस के पहले दिन से बारिश के अन्तिम दिन तक ताबे का बर्तन में रखा हुआ पानी पीना सबसे अच्छा है। बारिश समाप्त होने के दिन से होली के दिन तक सोने के बर्तन में रखा हुआ पानी अच्छा होता है।
20 मानसिक रोगों से पीड़ित लोगों के लिए सोने का पानी बहुत अच्छा होता है। अल्प विकसित मस्तिस्क की बीमारी में सोने के बर्तन में रखा हुआ पानी अच्छा होता है। कफ की सभी बीमारियों के लिए सबसे अच्छा है सोने के बर्तन में रखा हुआ पानी । सर्दी, खांसी, जुकाम, माइग्रेन (लेफ्ट-राइट) ये सारी कफ की बीमारियाँ हैं।
21 छाती से लेकर सिर तक सारे गहने सोने के होते हैं ताकि कफ नियंत्रित रहे। छाती से नीचे सभी गहने चाँदी के होते हैं। ग्रहों की स्थिति से निपटने के लिए सोने की अंगुठियाँ पहनी जाती है अन्यथा अगुठियाँ चाँदी की होनी चाहिए।
22 नींद न आना और अवसाद की बीमारियों के लिए शीशे के बर्तन में रखा हुआ पानी सबसे अच्छा होता है।
23 एक बार पानी गर्म करके सुबह से शाम तक पीया जा सकता है। ज्वाइन्डिस (पीलिया) की बिमारी के लिए सबसे अच्छा पानी बारिश का होता है।
English translation
Water is a transparent, tasteless, and odorless chemical substance that is essential for all known forms of life. It is a liquid at standard temperature and pressure, but it can also exist as ice when frozen and as vapor in the gaseous state. Water is a polar molecule, meaning it has a partial negative charge near the oxygen atom and a partial positive charge near the hydrogen atom. This polarity gives Water unique properties, such as high surface tension, cohesion, and the ability to dissolve many substances.
When, how, and in what quantity should we drink water:-
1 Drinking Water at the end or in between meals is equivalent to drinking poison. Water should be drunk after at least one and a half hour. The eaten food remains under the influence of gastric fire for one and a half hours. Farmers and people doing hard work should drink Water after 1 hour. The body of animals is affected by gastric fire for four hours. The effect of fire will last for two to two and a half hours in the hilly areas. Water should be drunk at least 40 minutes or a maximum of one hour before meals. You can drink as much water as you want.
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2. Drink Water first thing in the morning without washing your teeth and mouth.
3. If there are two grains in your diet, then you can drink one to two sips of water before the end of one grain and the beginning of the second grain. You can drink one to two sips of Water to clear your throat at the end of the meal.
4. The best thing to drink at the end of the meal is whey-buttermilk, the right time to drink it is after lunch. The second best thing is milk (from a local cow) which can be drunk after the evening meal. It is better if you drink milk before sleeping. The third best thing is seasonal fruit juices whose best time is after the morning meal. Fruit juice in cold storage will cause havoc. The juices produced in our stomach for digestion are produced in this sequence (time). This rule does not apply to children who are dependent on their mother's milk (up to 3 years of age) because the production of juices inside children starts only after one and a half to two years of age.
5 Eating fruits is considered much better than drinking juice. Because all the fibers come out in juice. Fiber purifies the blood. Cleans the large intestine and small intestine. Will control heart attack, triglyceride, and cholesterol. Add some black salt to the juice and drink it or add ginger juice or lime and drink it, you will never get cold. Mix 1/4 teaspoon ginger juice, black salt equal to a grain of wheat, and lime in 1 glass of juice.
6 Always drink Water in sips, that is, always drink it sip by sip. There is fire in our body to digest food and there is acid to intensify the fire and alkali is formed in the mouth. Acid and alkali mix together in the form of saliva and become neutral. Acid means those whose PH is less than 7 and alkali means those whose PH is more than 7. Neutral means those whose PH is 7. Water is neutral, it is best if the stomach always remains like water.
7. By sipping Water, more saliva will enter the stomach, which will help in calming the acid, which will keep your stomach neutral. All animals and birds drink water by sipping or licking, hence they are healthier than humans. Drinking Water sip by sip does not increase weight, that is, it remains balanced according to the body structure.
8 Never drink cold Water. Drink water equal to body temperature, that is, drink lukewarm Water, that is, drink water between 27° to 37° (depending on the season). The Water in the earthen pot is at 27° temperature. This happens due to the nature of the soil.
9 By drinking cold Water, the stomach needs extra energy to bring it to normal temperature, and extra blood is needed for extra energy. Due to this, it is fulfilled in different parts. Due to this, there is a lack of blood in those parts, and by doing this repeatedly, many diseases start taking birth in the body. In this process, due to the force of gravity, most of the blood comes from the brain, followed by the heart. Due to a lack of blood, the organs stop working. Therefore, it can cause diseases like brain hemorrhage, paralysis, and heart attack.
10. The first disease caused by drinking cold Water is leprosy. Because drinking cold Water causes the large intestine to get narrowed. Do not eat things like refrigerator water, ice Water, and ice cream.
11. Drink lukewarm Water in the morning or drink water kept in a copper vessel (only in the morning). Never drink Water from plastic and aluminum utensils. Water has no properties of its own; it acquires the properties of the substance in which it is mixed. Always drink water while sitting. It is necessary to drink 750 grams of Water for people below 18 years, 1 to 1.25 liters for people between 18 years to 60 years, and 750 grams of water for people above 60 years.
12 In case of excess copper in the body, do not drink morning Water from a copper vessel. While drinking water from a copper vessel, do not remain barefoot, that is, drink only with something like wood or plastic on your feet. While drinking copper water, there should not be direct contact of the body with the ground.
13 Standing and drinking water quickly causes two serious diseases, the first of which is hernia (prolapse of the intestine) and the second is appendicitis. Hydrocele can also be a disease in people above 60 years of age. Water: Every person can calculate the amount of water he should drink in a day by dividing his weight by 10 and subtracting 2. Normally one should drink 4-5 liters of Water.
14 Water drunk in one gulp puts maximum pressure on the kidneys. Because the work of filtering water in the body is done by the kidneys (both). Drinking Water in this way does not provide any benefit to the body. This has been revealed by the research of two American scientists. The Japanese government has included it in its medical system.
15 The navel is the center of the entire body and in the sitting position, the gravitational force of the earth acts on the navel, and in the standing position the center of gravity shifts from the navel. Due to the effect of gravity on the navel, affects the digestive fire, due to which, while sitting in Sukhasana, anything eaten or drunk gets digested quickly and completely. Because in such a situation an additional force works. In case of any compulsion, always drink Water by bending down. While drinking water or eating anything, the force of gravity should always remain near the navel. The system of drinking water has been running for thousands of years.
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16 For the body to function properly, the body needs a temperature of at least 27° and a maximum of 47°. By continuously drinking cold water the gastric fire slows down. The large intestine and small intestine shrink.
17 Rainwater is the best. Drink this Water comfortably for a year Can be done without adding any chemicals. Its purity can be maintained by using alum or lime in between. After this, the water of flowing rivers which pass through snowy hills or come through mountains is the best. After this, the water of the ponds where rainwater collects is good.
18 Tap water which comes after filtering rainwater. Do not drink MCD Water without boiling it. R.O. The quality of Water is reduced because the chemicals used in its purification destroy the water's nutrients. R.O. The Water is clean but not pure. R.O. Chemicals like chlorine and fluorine are used in water to purify it, which are very harmful to our bodies. Therefore, it would be best to drink boiled Water. Never drink recycled water without boiling it. After boiling such water, its quality increases further.
19 Drink Water from an earthen vessel after Holi and till the first day of rain. It is best to drink Water kept in a copper vessel from the first day of rain till the last day of rain. Water kept in a golden vessel is good from the day the rains end till the day of Holi.
20. Gold Water is very good for people suffering from mental diseases. In the case of an underdeveloped brain, Water kept in a gold vessel is good. The best remedy for all cough-related diseases is water kept in a gold vessel. Cold, cough, catarrh, migraine (left-right) are all diseases caused by phlegm.
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21 All jewelry from chest to head is made of gold so that phlegm is controlled. All jewelry below the chest is made of silver. To deal with the position of the planets, gold rings are worn, otherwise, the rings should be of silver.
22 Water kept in a glass vessel is best for insomnia and depression.
23 Water can be heated once and drunk from morning till evening. joints The best water for jaundice is rainwater.
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