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गर्भावस्था में कब और किस प्रकार की ट्रैवलिंग करनी चाहिए जो आपको और आपके शिशु को स्वस्थ रखे ?\When and what type of traveling should be done during pregnancy that keeps you and your baby healthy?

ENGLISH TRANSLATION ARE BELOW

दोस्तों आज के आर्टिकल में हम आपके लिए "गर्भावस्था में ट्रैवलिंग कब करनी चाहिए ?" पर चर्चा करने वाले है गर्भावस्था एक अनमोल समय होता है, जब महिलाओं को अपने और अपने शिशु के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। इस समय दौरान ट्रैवलिंग को लेकर कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी है। यहां हम आपके लिए कुछ अहम टिप्स और जानकारी दे रहे हैं, जो आपको और आपके गर्भस्थ शिशु को सुरक्षित रखते हुए यात्रा में सहूलियत देंगी और आपके दुवारा उचित निर्णय लेने में आपकी मदद करेगी।

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गर्भावस्था को तीन भागों में बांटा गया है – पहला, दूसरा और तीसरा त्रैमासिक। हर चरण में यात्रा के लिए अलग-अलग निर्देश होते हैं

1. पहला त्रैमासिक (1-12 हफ्ते):-

पहले त्रैमासिक में गर्भ ठहरने की प्रक्रिया चल रही होती है, जो गर्भपात के जोखिम को भी बढ़ा देती है। इस समय दौरान लंबी यात्रा से बचना चाहिए, क्योंकि शिशु की प्रारंभिक विकास प्रक्रिया के चलते थकावट और मतली जैसी परेशानियां ज्यादा होती हैं। यदि यात्रा करना जरूरी हो, तो छोटी और आरामदायक यात्रा चुनें।

2. दूसरा त्रैमासिक (13-28 हफ्ते):-

दूसरा त्रैमासिक गर्भावस्था का सबसे सुरक्षित समय माना जाता है। इस दौरान शिशु का विकास स्थिर होता है और गर्भवती महिला की ऊर्जा भी बढ़ती है। इस अवधि में अधिकांश महिलाएं सहज महसूस करती हैं और इस समय यात्रा करना अपेक्षाकृत सुरक्षित होता है।

3. तीसरा त्रैमासिक (29-40 हफ्ते):-

तीसरे त्रैमासिक में शिशु का वजन बढ़ता है और प्रसव की तैयारी होने लगती है। लंबी यात्रा करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे प्रसव पूर्व श्रम शुरू हो सकता है। यदि यात्रा करना जरूरी हो तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही करें।

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गर्भावस्था के दौरान यात्रा का प्रकार और यात्रा करने के लिए सावधानिया :-


1. हवाई यात्रा:- 

गर्भावस्था के दूसरे त्रैमासिक में हवाई यात्रा सुरक्षित होती है। हवाई यात्रा करते समय सीट बेल्ट पेट के नीचे पहनें, ज्यादा तंग कपड़े न पहनें, और यात्रा के दौरान हर दो घंटे में उठकर चलें\थड़ा टहले। हवाई यात्रा करते समय ज्यादातर एयरलाइंस तीसरे त्रैमासिक के बाद यात्रा की अनुमति नहीं देतीं। हमेशा यात्रा से पहले एयरलाइन के गर्भवती महिलाओं के लिए नीतियों को जान लें।

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    2. सड़क यात्रा:- 

    यदि आप सड़क यात्रा करती है तो इस समय आप कार से यात्रा कर सकती हैं, इस यात्रा में लंबी ड्राइव से बचें और नियमित अंतराल पर आराम करें। बेल्ट को पेट के नीचे और कंधे के ऊपर रखें। अगर आप बस से कर रही है तो बस यात्रा थोड़ी असुविधाजनक हो सकती है, खासकर तीसरे त्रैमासिक में। बेहतर होगा कि आप सुरक्षित सीट का चुनाव करें और सीट बेल्ट का उपयोग करें या फिर बस यात्रा से परहेज करे ।

    3. रेल यात्रा:- 

    यदि आप रेल यात्रा करती है तो इस समय गर्भवती महिलाओ को थोड़ा कम ध्यान रखने की जरुरत होती है रेल यात्रा गर्भवती महिलाओं के लिए अपेक्षाकृत आरामदायक होती है। एक अच्छी सीट और यात्रा के दौरान उठने और चलने की सुविधा के कारण इसे आरामदायक विकल्प माना जा सकता है। लंबी यात्रा में सुविधाओं का ध्यान रखें जैसे कि खाना और पानी।

    4. बाइक दुवारा यात्रा:- 

    गर्भावस्था के दौरान बाइक से यात्रा करना महिलाओं के लिए काफी चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरा हो सकता है। बाइक यात्रा के दौरान संतुलन और सड़क पर झटके से गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुँच सकता है। इसलिए, गर्भावस्था के अलग-अलग चरणों में बाइक से यात्रा के बारे में ध्यान से विचार करना जरूरी है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है जो गर्भवती महिलाओं के लिए उपयोगी हो सकती है।


      1.पहले त्रैमासिक(1-12 हफ्ते) में शिशु की प्रारंभिक विकास प्रक्रिया शुरू होती है और यह समय गर्भावस्था में सबसे नाजुक होता है। इस दौरान गर्भपात का खतरा अधिक होता है, इसलिए बाइक से यात्रा करने से बचना चाहिए। झटके, गिरने का डर और अचानक ब्रेक लगाना शिशु के लिए हानिकारक हो सकते हैं। यदि बाइक से यात्रा अत्यधिक आवश्यक हो, तो धीमी गति रखें और यात्रा को बहुत कम दूरी तक सीमित रखें।

      2. दूसरा त्रैमासिक (13-28 हफ्ते) में पहले त्रैमासिक की  अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है, क्योंकि इस दौरान शिशु का विकास स्थिर होता है और मां की ऊर्जा भी बढ़ती है। हालांकि, फिर भी बाइक से लंबी यात्रा करना सही नहीं माना जाता है। झटकों और अचानक हलचल से गर्भ में तनाव आ सकता है। सुरक्षित सड़क पर ही यात्रा करें। इसके अलावा, थोड़ी थोड़ी देर में ब्रेक लेकर बैक-सपोर्ट वाली कुर्सी का उपयोग करने की कोशिश करें ताकि पीठ को सहारा मिल सके।

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        3. तीसरा त्रैमासिक (29-40 हफ्ते) में बाइक से यात्रा करने से बिल्कुल बचना चाहिए। इस समय शिशु का आकार बड़ा होता है और मां के शरीर में भारीपन महसूस होने लगता है। बाइक की सीट पर लंबे समय तक बैठना असुविधाजनक हो सकता है और गिरने या दुर्घटना की संभावना भी अधिक होती है। इस समय बेहतर होगा कि किसी अन्य सुरक्षित यात्रा के साधन का प्रयोग करें।

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        आर्टिकल पढ़ने के लिए धन्यवाद

        ENGLISH TRANSLATION

        Friends, in today's article we are going to discuss for you "When should one travel during pregnancy?" Pregnancy is a precious time, when women have to take special care of their health and that of their baby. During this time, it is important to keep some special things in mind regarding traveling. Here we are giving you some important tips and information, which will give you convenience in traveling while keeping you and your unborn baby safe and will help you in taking appropriate decisions.

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        Pregnancy is divided into three parts - first, second and third trimester. There are different instructions for travel in each stage.

        1. First trimester (1-12 weeks): -

        In the first trimester, the process of conception is going on, which also increases the risk of miscarriage. Long journey should be avoided during this time, because due to the initial development process of the baby, problems like fatigue and nausea are more. If it is necessary to travel, choose a short and comfortable journey.

        2. Second trimester (13-28 weeks):-

        The second trimester is considered the safest time of pregnancy. During this time, the growth of the baby is stable and the energy of the pregnant woman also increases. Most women feel comfortable during this period and traveling is relatively safe at this time.

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        3. Third trimester (29-40 weeks):-

        In the third trimester, the baby gains weight and preparations for delivery begin. Long journeys should be avoided as it may trigger preterm labor. If traveling is necessary, do so only after consulting a doctor.

        Type of travel during pregnancy and precautions for traveling:-

        1. Air travel:- 

        Air travel is safe in the second trimester of pregnancy. While traveling by air, wear the seat belt below the stomach, do not wear too tight clothes, and get up and walk every two hours during the journey. While traveling by air, most airlines do not allow travel after the third trimester. Always know the airline's policies for pregnant women before traveling.

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          2. Road travel:- 

          If you travel by road, you can travel by car at this time, avoid long drives in this journey and take rest at regular intervals. Keep the belt below the stomach and above the shoulder. If you are traveling by bus, then bus travel can be a little uncomfortable, especially in the third trimester. It would be better if you choose a safe seat and use a seat belt or avoid bus travel.

          3. Rail travel:- 

          If you travel by train, then pregnant women need to take a little less care at this time. Rail travel is relatively comfortable for pregnant women. Due to a good seat and the facility to get up and walk during the journey, it can be considered a comfortable option. Take care of facilities such as food and water in long journeys.

          4. Bike travel:- 

          Traveling by bike during pregnancy can be quite challenging and risky for women. Balance during bike travel and shocks on the road can harm the pregnant woman and the fetus. Therefore, it is important to carefully consider bike travel at different stages of pregnancy.

          Here is some important information that can be useful for pregnant women.

            1. The first trimester (1-12 weeks) is the time when the baby's initial development process begins and this is the most delicate time in pregnancy. During this time, the risk of miscarriage is high, so bike travel should be avoided. Jerks, fear of falling and sudden braking can be harmful for the baby. If traveling by bike is extremely necessary, keep a slow speed and limit the journey to very short distances.

            2. The second trimester (13-28 weeks) is considered safer than the first trimester, as the baby's growth is stable during this time and the mother's energy also increases. However, long bike journeys are still not considered right. Jerks and sudden movements can cause stress in the womb. Travel only on safe roads. Apart from this, try to use a chair with back-support by taking breaks every once in a while so that the back can get support.

            3. Traveling by bike should be avoided at all in the third trimester (29-40 weeks). At this time the size of the baby is large and the mother starts feeling heaviness in the body. Sitting on the bike seat for a long time can be uncomfortable and there is also a high chance of falling or accident. At this time it would be better to use some other safe means of travel.

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