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राजस्थान (भारत का बड़ा राज्य )एक नज़र\Rajasthan (Large state of India) A glance:-

राजस्थान (भारत का बड़ा राज्य )एक नज़र\Rajasthan (Large state of India) A glance:-

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राजस्थान भारत गणराज्य का क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा राज्य है। इसके पश्चिम में पाकिस्तान, दक्षिण-पश्चिम में गुजरात, दक्षिण-पूर्व में मध्यप्रदेश, उत्तर में पंजाब (भारत), उत्तर-पूर्व में उत्तरप्रदेश और हरियाणा है।
 राज्य का क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग कि॰मी॰ (132139 वर्ग मील) है। 2011 की गणना के अनुसार राजस्थान की साक्षरता दर 66.11% हैं।

राजस्थान का गठन -                              1 नवम्बर 1956 
क्षेत्रफल-                                                3,42,239 वर्ग किलोमीटर
जनसंख्‍या-                                     6,86,21,012 
राजधानी-                                               जयपुर
राजस्थान के  राजयपाल -
           नाम                                                                 कार्यकाल 
श्री मान गुरुमुख निहाल सिंह  (प्रथम )                              1 नवम्बर 1957-13 अप्रैल 1962                  
श्री मान राम नाइक (अतिरिक्त प्रभार) (22वे )                  6 अगस्त 2014 -26 अगस्त 2014
श्री मान कल्याण सिंह (21वे )                                          4 सितंबर 2014- 8 सितंबर 2019
श्री मान कलराज मिश्र   (22वे )                                         9 सितम्बर 2019- आज तक उपस्थित  
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                                                        श्री मान कलराज मिश्र

राजस्थान के मुख्यमंत्री-                 
               नाम                                                                  कार्यकाल 
  श्री मान हीरा लाल शास्त्री (प्रथम )                              7 अप्रेल 1949- 5 जनवरी 1951
 श्री मति वसुंधरा राजे सिंधिया  (22वे )                        11 दिसंबर 2003 - 11  दिसंबर 2008 
 श्री मान अशोक गेहलोत (23वे )                                 12  दिसंबर 2008 - 13 दिसंबर 2013 
 श्री मति वसुंधरा राजे सिंधिया (24वे )                        13 दिसंबर 2013 -16 दिसंबर 2018
 श्री मान  अशोक गेहलोत (25वे)                                17 दिसंबर 2018 आज तक पदस्थ
   
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श्री मान  अशोक गेहलोत 

राजस्थान की मुख्‍य भाषा-                     हिंदी और राजस्‍थानी
राजस्थान में राज्य सभा सीट-                10
राजस्थान में लोकसभा सीट -                  25
राजस्थान में विधानसभा सीट -               200

राजस्थान का राज्य खेल -                       बॉलीबाल
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राजस्थान का राज्य खेल

राजस्थान का राज्य पशु -                       चिंकारा +ऊट
राजस्थान का राज्य  नर्त्य -                   घूमर
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राजस्थान का राज्य पक्षी -                       गोडावण
राजस्थान का राज्यकिय फूल -                रोहिड़ा
राजस्थान का राज्य वृक्ष -                       खेजड़ी

राजस्थान का राज्य की  नदी       -    बनास नदी (लम्बी नदी)  480 km
       
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राजस्थान का राज्य की  नदी
 राजस्थान का सबसे बड़ा जिला -              जैसलमेर
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राजस्थान का सबसे बड़ा जिला

                       
राजस्थान का भव्य इतिहास:-
                                               प्राचीन समय में राजस्थान में आदिवासी कबीलों का शासन था। संसार के प्राचीनतम साहित्य में अपना स्थान रखने वाले आर्यों के धर्मग्रंथ ऋग्वेद में मत्स्य जनपद का उल्लेख आया है जो कि वर्तमान वर्तमान के स्थान पर अवस्थ था।
                                                          राजस्थान इतिहास 
 महाभारत कथा में भी मत्स्य नरेश विराट का उल्लेख आता है, जहां पांडवों ने अज्ञातवास बिताया था। नाराज के आदिवासी इन्हीं मत्सों के वंशज आज मीना / मीना कहलाते हैं। मध्यकाल में राजपूत जाति के विभिन्न वंशो ने इस राज्य के विविध भागों पर अपना कब्जा जमा लिया, तो उन भागों का नामकरण अपने-अपने वंश, क्षेत्र की प्रमुख बोली या स्थान के अनुरूप कर दिया।
ये राज्य थे- उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, जोधपुर, बीकानेर, किशनगढ़, (जालोर) सिरोही, कोटा, बूंदी, जयपुर, अलवर, करौली, झालावाड़ और टोंक। 
ब्रिटिशकाल में आरक्षित 'राजपूताना' नाम से जाना जाता था। राजा महाराणा प्रताप अपनी अतिरिक्त राज्यभक्ति और शौर्य के लिए जाने जाते हैं। पन्ना धाय जैसे बलिदानी माता, मीर जैसी जोगिन यहाँ की एक बड़ी शान है। इन राज्यों के नामों के साथ-साथ उनके कुछ भू-भागों को स्थानीय और भौगोलिक विशेषताओं के परिचायक नामों से भी पुकारा जाता है। पर तथ्य यह है कि मूल्यांकन के अधिकांश तत्कालीन क्षेत्रों के नाम पर बोली जाने वाली प्रमुखतम बोलियों पर ही रखे गए थे। उदाहरणार्थ ढ़ंढेनडी-बोली के क्षेत्रों को ढ़ंढड़ (जयपुर) कहते हैं। 'मेवाती' बोली वाले निकटवर्ती भू-भाग अलवर को 'मेवात', उदयपुर क्षेत्र में बोली जाने वाली बोली'मेवाड़ी 'के कारण उदयपुर को मेवाड़, ब्रजभाषा-बाहुल्य क्षेत्र को' ब्रज ',' मारवाड़ी 'बोली के कारण बीकानेर-जोधपुर क्षेत्र को 'मारवाड़' और 'वागडी' बोली पर ही डूंगरपुर-बांसवाडा अडी को 'वागड' कहा जाता रहा है। 
डूंगरपुर और उदयपुर के दक्षिणी भाग में प्राचीन 58  गांवों के समूह को "" छप्पन "" नाम से जानते हैं। माही नदी के तटीय भू-भाग को 'कोयल' और अजमेर के पास वाले कुछ पठारी भाग को 'उपरमाल' की संज्ञा दी गई है। 

राजस्थान  का एकीकरण:-
                                               
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राजस्थान 

राजस्थान  भारत का एक महत्वपूर्ण प्रांत है। यह 30 मार्च 1949 को भारत का एक ऐसा प्रांत बना, जिसमें तत्कालीन राजपूताना की ताकतवर रियासतें विलीन हुईं।
 भरतपुर के जाट शासक ने भी अपनी रियासत के विलय का सत्यापन किया था। 
राजस्थान  शब्द का अर्थ है: 'राजाओं का स्थान' क्योंकि ये राजपूत राजाओ से रक्षित भूमि थी, इस कारण इसे नियंत्रित कहा गया था।
 भारत के संवैधानिक-इतिहास में राजस्थान का निर्माण एक महत्वपूर्ण उपलब्धि था। ब्रिटिश शासकों द्वारा भारत को आजाद करने की घोषणा करने के बाद जब सत्ता-हस्तांतरण की कार्यवाही शुरू की गई, तभी लग गया था कि आजाद भारत का आरक्षित प्रांत बनना और राजपूताना के तत्कालीन हिस्से का भारत में विलय एक दूभर कार्य साबित हो सकता है।
 आजादी की घोषणा के साथ ही राजपूताना के देशी रियासतों के मुखियाओं में स्वतंत्र राज्य में भी अपनी सत्ता बरकरार रखने की होड़ सी मच गयी थी, उस समय वर्तमान मूल्यांकन की भौगालिक स्थिति के नजरिये से देखें तो राजपूताना के इस भूभाग में कुलबास मूल रियासतें थी। । इनमें से एक रियासत अजमेर-मेरवाडा प्रांत को छोड़ कर शेष देशी रियासतों पर देशी राजा महाराजाओं का ही राज था।
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                                                               मानचित्र :-सम्पूर्ण राजस्थान 
 अजमेर-मेरवाडा प्रांत पर ब्रिटिश शासकों का कब्जा था; इस कारण यह तो सीघे ही स्वतंत्र भारत में आ जाता है, लेकिन शेष इक्कीस रियासतों का विलय होना यानि एकीकरण कर 'राजस्थान' नामक प्रांत बनाया जाना था। सत्ता की होड़ के चलते यह बड़ा ही दूभर हो रहा था, क्योंकि ये देशी रियासतों के शासक अपनी रियासतों के स्वतंत्र भारत में विलय को दूसरी प्राथमिकता के रूप में देख रहे थे। उनकी मांग थी कि वे सालों से खुद अपने राज्यों का शासन चलाते आ रहे हैं, उन्हें इसका लंबा अनुभव है, इस कारण उनकी रियासत को 'स्वतंत्र राज्य' का दर्जा दे दिया जाएगा। लगभग एक दशक की ऊहापोह के बीच 18 मार्च 1948 को शुरू हुए मूल्यांकन के एकीकरण की प्रक्रिया कुल सात चरणों में एक नवंबर 1956 को पूरी तरह से हुई। इसमें भारत सरकार के तत्कालीन देशी रियासत और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल और उनके सचिव वी। पी अत्यंत मेनन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी। इनकी सूझबूझ से ही मूल्यांकन के वर्तमान स्वरूपुप का निर्माण हो गया। रेज में कुल 21 राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं।

राजस्थान का भूगोल:-
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राजस्थान भौगोलिक स्थिति 

राजस्थान क्षेत्रफल के हिसाब से भारत गणराज्य का सबसे बड़ा राज्य है। यह पश्चिम में पाकिस्तान, दक्षिण-पश्चिम में गुजरात, दक्षिण-पूर्व में मध्य प्रदेश, उत्तर में पंजाब (भारत), उत्तर-पूर्व में उत्तर प्रदेश और हरियाणा से घिरा है।
राज्य का क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग किमी (132139 वर्ग मील) है। 2011 की जनगणना के अनुसार राजस्थान की साक्षरता दर 66.11% है।

जयपुर राज्य की राजधानी है। भौगोलिक विशेषताओं में पश्चिम में थार रेगिस्तान और घग्गर नदी का अंत शामिल है। दुनिया की प्राचीन सरणियों की प्रमुख अरावली श्रृंखला राजस्थान की एकमात्र पर्वत श्रृंखला है, जो माउंट आबू और विश्व प्रसिद्ध दिलवाड़ा मंदिर सहित पर्यटन का केंद्र है। पूर्वी राजस्थान में दो बाघ अभयारण्य हैं, विश्व प्रसिद्ध रणथंभौर और सरिस्का, और भरतपुर के पास केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जिसे दूरदराज के साइबेरिया से आने वाले क्रेन के लिए एक संरक्षित निवास के रूप में और पक्षियों की एक बड़ी संख्या में विकसित किया गया है।

राजस्थान मुख्य वन्य जीव अभ्यारण्य +राष्ट्रीय पार्क :-

                                                                                राजस्थान में 37 वन्यजीव अभ्यारण और राष्ट्रीय पार्क है इनके आलावा कई पहाड़ और पठार है 
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राजस्थान मुख्य महल और किले  :-

                                                          राजस्थान में कई प्रकार के किले और महल है जो प्राचीन है 
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राजस्थान मुख्य पर्यटन स्थल :-

                                                                    राजस्थान में कई पर्यटन स्थान है............click here for more 

राजस्थान प्रमुख रेगितान पर्यटन स्थान :-........................click here for infomation

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